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हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करना चाहिए ?

आधुनिक जीवनशैली के कारण भारत में हृदय रोगियों की संख्या विदेशों की अपेक्षा लगातार बढ़ रही है। बदलते खान-पान और रहन-सहन की वजह से बुढ़ापे में होनेवाली बीमारियाँ भी अब तेजी से कम आयु में होना शुरू हो गयी हैं। हार्टअटैक को दिल के दौरे के रूप में जाना जाता है।

आयुर्कल्प आयुर्वेद के विशेषज्ञों के अनुसार महिलाओं की तुलना में पुरुषों में हार्टअटैक आने की ज्यादा संभावना रहती है। सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, मिचली, उल्टी, घबराहट व पसीना आना ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जो हार्टअटैक आने के संकेत देते हैं। लोगों में व्यायाम का अभाव और खानपान के बिगड़ते तरीके के कारण युवा आयु में ही लोगों को यह समस्या हो रही हैं। अगर आप इस खतरे से बचना चाहते हैं तो अपने जीवनशैली और खान-पान में परिवर्तन करके ऐसा कर सकते हैं।



हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करना चाहिए ?
हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको निचे दी हुई बातों का खास ख्याल रखना चाहिए :
संतुलित पौष्टिक आहार
हमारा शरीर वैसा ही बनता है जैसा हम आहार लेते हैं। अगर हम पौष्टिक आहार लेते है तो ह्रदय भी स्वस्थ रहता है। अगर हम अधिक तलाहुआ, मसालेदार और फ़ास्ट फ़ूड आहार लेते है तो रक्त नलिका में ब्लॉकेज होकर हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती हैं। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार लेना बेहद जरुरी हैं।

व्यायाम
चाहे आप 8 घटे ड्यूटी करते है या 12 घंटे, आपको अपने स्वास्थ्य के लिए दिन की बाकि भागदौड़ को छोड़कर कम से कम आधा घंटा समय जरूर निकालना चाहिए। आप अपने क्षमता के अनुसार कोई भी व्यायाम से शुरू कर सकते है, जैसे की चलना, जॉगिंग, साइकिल चलना, तैराकी, जिम, नाचना, एरोबिक इत्यादि। व्यायाम करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता है और रक्त के थक्के / clots जमा नहीं होते है। केवल हफ्ते में 5 दिन व्यायाम कर आप हार्ट अटैक की संभावना को 50% तक कम कर सकते हैं।

जीवनशैली
आजकल की आधुनिक जीवनशैली भागदौड़ और तनाव भरी हैं। हम स्वास्थ्य के प्रति बेहद लापरवाह बन चुके हैं। कुछ लोग ऐसे है जो अधिक से अधिक पाने के लिए दिन रात तनाव में मेहनत कर रहे है और कुछ लोग ऐसे है जो दिनभर केवल मोबाइल या लैपटॉप पर आराम से बैठकर अपना काम कर रहे है। यह दोनों जीवनशैली आपके ह्रदय के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। आपको आहार, नींद, काम, व्यायाम और आराम में योग्य सामंजस्य बैठाकर अपने स्वास्थ्य के प्रति जवाबदेह बनना चाहिए। रोज अपने दिन को सही तरीके से प्लान करे और हर चीज को महत्व दे। केवल धन प्राप्ति जीवन का उद्देश नहीं हैं।

नशा
अगर आप तम्बाखू, गुटखा, शराब, सिगरेट या बीड़ी जैसा कोई भी नशा करते है तो हार्ट अटैक को आमंत्रण देते हैं। जो लोग इन नशे के आदि होते है उन्हें हार्ट अटैक का खतरा 75% अधिक होता हैं। स्वयं धुम्रपान न करे और यदि कोई करता है तो या तो उसे मना करे या फिर उस धुए से बचकर रहे।

रोग
अगर आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की अधिकता जैसा कोई रोग है तो डॉक्टर के उचित मार्गदर्शन और दवा से इन्हे नियंत्रित रखना चाहिए। जिन्हे यह बीमारी होती है उन्हें हार्ट अटैक आने की संभावना बेहद ज्यादा होती हैं। इन रोगियों को कभी भी अपने बीमारी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और समय पर डॉक्टर को दिखाते रहना चाहिए। कोशिश करे की आपका ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा हमेशा नियंत्रण में रहे।

शारीरिक जांच
अगर आपको कोई भी शारीरिक तकलीफ हो या हार्ट अटैक का कोई भी लक्षण नजर आता है तो मेडिकल पर दवा लेने की जगह पहले डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच करानी चाहिए। अगर आपके परिवार में किसी को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की अधिकता का इतिहास रहा है तो 30 वर्ष आयु के पश्च्यात ही हर वर्ष डॉक्टर के पास जाकर अपनी सम्पूर्ण शारीरिक जांच कराना चाहिए। ऐसा करने से आप आगे जाकर होने वाली किसी बड़ी बीमारी को पहले ही पकड सकते है और उचित उपचार पहले से शुरू कर उस बीमारी के प्रभाव को कम कर सकते हैं।

तनाव
आज हर किसी को कोई न कोई समस्या या तनाव है पर ऐसी भी कोई समस्या या तनाव नहीं है जिसका कोई समाधान नहीं हैं। समस्या का अपना कोई आकार नहीं होता है वह तो हमारे हल करने की क्षमता के अनुसार छोटी या बड़ी रहती हैं। हमेशा तनाव से दूर रहने की कोशिश करे। इसके लिए आप योग का सहारा भी ले सकते हैं। शरीर मे सभी चीजे ठीक होने पर भी केवल तनाव के कारण भी अचानक हार्ट अटैक आ सकता हैं।

मोटापा
डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की तरह मोटापा भी एक बड़ी समस्या बन चुकी हैं। अगर आपका वजन सामान्य से अधिक है और आपका BMI 25 से ऊपर है तो आपको हार्ट अटैक आने की संभावना दोगुनी हो जाती हैं। व्यायाम, योग और आहार परिवर्तन के साथ वजन को नियंत्रण करने की कोशिश करे।

योग
शरीर को निरोगी रखने का सबसे बेहतर माध्यम योग है। हार्ट अटैक से बचने के लिए और अपने ह्रदय / हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए आप निचे दिए हुए योग करे।

  • अनुलोम विलोम
  • कपालभाति
  • शीतली प्राणायाम
  • उज्जयी प्राणायाम
  • त्रिकोणासन
  • ताड़ासन
  • भुजंगासन
  • सूर्यनमस्कार
  • पश्चिमोत्तानासन
  • पवनमुक्तासन

भगवान ने हमें हाथ, पैर, आँखे, किडनी और फफड़े दो-दो दिए है पर ह्रदय केवल एक ही दिया है, इसलिए हमें अपने लिए और अपने परिवार के लिए इसका अच्छे से ख्याल रखना जरुरी हैं। आशा है आप आज से ही अपने स्वास्थ्य का बेहतर देखभाल करेंगे और निरोगी जीवन की और अग्रेसर होंगे।


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Every Ayurvedic Physician in our national network is credentialed, certified, and highly experienced. In fact, they are your regular doctors. All of our providers undergo a rigorous credentialing process based upon guidelines set by the Central Council of Indian Medicine (CCIM). Additionally, Our doctors work tirelessly to ensure that each patient receives quality care, fast.

Note : we always provide consultation through experienced doctors having minimum 5 (five) years of experince in Ayurvedic clinical practice, directly from their clinics or hospitals (not from call centers).

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